about J.J. thamsom/Maxwell's law/bor-bari model/electron/proton/neutron of chemirstry in Hindi language from basic for all exam./10th/10+2th class

 Sub.- Chemirstry



परमाणु Model - परमाणु मॉडल पर विभिंन वैज्ञानिकने अपना मत रखा हैं। 

1) J. J. थामसम Model-


इनके अनुसार परमाणु का आकार तरबूज के समान होता है और उसका लाल वाला भाग प्रोटोन को दर्शाता है और तरबूज के बीज इलेक्ट्रान को दर्शाता है किन्तु इस Model में नाभिक की चर्चा नहीं की गई और प्रोटोन की सही स्थिति को नहीं दिखाया गया। 

2) रदर फोड के आल्फा प्रकिरण प्रयोग -

रदर फोड ने रेडियम से अल्फा किरणों को निकाला और उसे सोने की एक पतली चादर पर बैछार कराया और निम्नलिखित विश्लेसन किया -

A ) अधिक अल्फा किरणे परमाणु को पार करके बाहर निकल गई जिससे यह पाता चलता है की परमाणु का अधिक भाग खोखला है। 

B ) कुछ अल्फा किरणे परमाणु के मध्य भाग से थोड़ा बिचलित (तिरछा ) होकर निकल गई। जिससे यह मालूम चलता है की परमाणु का बिच वाला भाग घनात्मक है क्योकि अल्फा किरण घनात्मक रहती है। 

C ) 20 हजार में से एक अल्फा किरण परमाणु के मध्य भाग से टकराकर वापस लौट गई जिससे यह मालूम चलता है की परमाणु का मध्य भाग ठोस है। इस ठोस भाग को रदर फोड ने नाभिक कहा। 

➨रदर फोड ने बताया की परमाणु के नाभिक में प्रोटोन होता है और इलेक्ट्रान बाहर चक्कर लगाता है। 

3) Maxwell का सिद्धांत -

इसने विधुत चुंबकीय सिद्धांत दिया और बताया की जब कोई इलेक्ट्रान कक्षा में चक्कर लगाता है तो वह ऊर्जा का उत्सर्जन करता है अथार्त उसकी ऊर्जा में हराँस (कमी ) होता है जिस कारण एक समय ऐसा आएगा की इलेक्ट्रान अपनी ऊर्जा खो देगा  नाभिक में गिर जायगा और परमाणु का आस्तित्व समाप्त हो जायगा। अतः Maxwell ने रदर फोर्ड के सिद्धांत को काट दिया। 

4) बोर-बरी का Model-

इसके परमाणु Model के अनुसार इलेक्ट्रान नाभिक के बाहर चक्कर लगाते है और परमाणु के केंद्र में नाभिक होता हैं। 

A ) जब कोई इलेक्ट्रान अपनी मूल कक्षा में चक्कर लगाता है तो वह न ऊर्जा का उत्सर्जन करता है और न ही ऊर्जा को ग्रहण करता है अथार्त उसकी ऊर्जा नियत ( Constant ) रहती हैं। 

B ) जब कोई इलेक्ट्रान निम्न कक्षा अथार्त नाभिक के करीब वाली कक्षा को छोर कर उच्च कक्षा अथार्त नाभिक से दूर जाता है तो वह ऊर्जा बाहय स्रोत से ग्रहण कर लेता है अथार्त उसकी ऊर्जा में वृद्धि हो जाती हैं। 

C) जब कोई इलेक्ट्रान नाभिक से दूर वाली कक्षा से नाभिक के करीब वाली कक्षा में आता है अथार्त उच्च कक्षा से निम्न कक्षा में आता है तो वह ऊर्जा का उत्सर्जन कर देता है अथार्त उसकी ऊर्जा में कमी होती है। 

➨कण↓        खोजकर्ता↓      द्रव्यमान↓           आवेश↓      चिन्ह ↓

 Electron,    J.J. थॉमसन,   9.1❌10¯³¹kg ,      -ve   ,         e° 

Proton,       गोल्डस्टीन ,     1.6725❌10−²⁷kg  , +ve   ,      p

Neutron ,    चैडविक ,      1.6748❌10−²⁷kg  ,  नो चार्ज ,   0 /1 

भारी कण = N > P > E 

भेदन क्षमता = N > P > E 


By Prashant

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